Famous places in India। Important places in India। Bokaro।Taj Mahal। raurkela।bodh Gaya

 

Famous places in India। Important places in India। Bokaro।Taj Mahal। raurkela।bodh Gaya
Famous Places in India 

निम्नलिखित स्थानों का परिचय दें।

राउरकेला

भिलाई

दुर्गापुर

बोकारो 

ताज महल

बोध गया

1 राउरकेला:-द्वितीय योजना काल में सार्वजनिक क्षेत्र में एक कारखाना उड़ीसा के राउरकेला नामक स्थान में जर्मनी की कुरूप दिमाग नामक कंपनी के सहयोग से 117 करोड रुपए के अनुमानित व्यय से स्थापित किया गया। यह ब्राह्मणी नदी पर स्थित है। इस कारखाने में इस्पात की चादर तैयार की जाती है। जिसका प्रयोग जलपुत्र एवं रेल के देबो के निर्माण में किया जाता है। 1980 81 में इसमें 12 लाख टन इस्पात के पिंडों तथा 10 लाख टन इस्पात का उत्पादन हुआ था। इसकी उत्पादन क्षमता बढ़कर 40 लाख तन हो गई है।

2 भिलाई: -सरकारी क्षेत्र का दूसरा कारखाना रस की सरकार के सहयोग से मध्य प्रदेश के भिलाई नामक स्थान में 134 करोड रुपए के वैसे स्थापित किया गया है। इस कारखाने को इस्पात के उत्पादन के लिए प्रयास सभी प्राकृतिक सुविधा उपलब्ध है। इस कारखाने में 1980 81 में 20 लाख ट्रांसफर की पिंडों तथा 18 लाख तन तैयार इस्पात का उत्पादन हुआ था। इसकी उत्पादन क्षमता को छोटी योजना में बढ़कर 40 लाख टन इस्पात की पिंडों के कारण का कार्यक्रम कार्यवंती किया गया।

3. दुर्गापुर :-सार्वजनिक क्षेत्र का तीसरा कारखाना 25 में बंगाल के दुर्गापुर नामक स्थान में 138 करोड रुपए के वैसे एक ब्रिटिश कंपनी के सहयोग से स्थापित किया गया। इस कारखाने का अभी वीरतारिकरण किया गया जिसके अनुसार 1980 81 में इसमें 17 लाख टन इस्पात की पिंडों तथा 15 लाख तैयार इस्पात का उत्पादन हुआ था इस कारखाने का और भी विस्तारित कारण किया जा रहा है।

4. बोकारो:-सार्वजनिक क्षेत्र में चौथा लोगे एवं इस्पात का कारखाना बिहार के बोकारो में स्थापित किया गया। जिसकी संस्थापित उत्पादन क्षमता 40 लाख टन स्टील इन गोट की है। 1979 80 में इसमें 24 लाख टन इस्पात का उत्पादन हुआ था। रूस की सरकार के सहयोग से यह कारखाना स्थापित किया गया है। इसे दो स्तरों में कार्य अवंती किया गया है। प्रथम स्तर का कार्य चतुर्थ योजना काल में पूरा हुआ है। इसका विस्तारीकरण किया जा रहा है जिससे इसकी उत्पादन क्षमता के बढ़कर 50 लाख टन इस्पात पिंडों के होने का अनुमान है। इसका प्रबंध बोकारो स्टील एलटीडी नामक एक सरकारी कंपनी द्वारा किया जाता है जिसकी अधिकृत पूंजी 500 करोड रुपए है। यह भी सेल की सहायता संस्था के रूप में कार्य करती है।

5. ताज महल:-शाहजहां के शासन की सबसे भव्य इमारत आगरा में यमुना के किनारे निर्मित ताजमहल है। ताजमहल में उन सभी भवन निर्माण शैलियों का समावेश है जो मुगल काल में विकसित हुई थी। ताजमहल की महानता उसका संगमरमर का बना हुआ गुंबद है। यह ईरानी शैली का दोहरा गुंबद है। मुख भवन के चबूतरे के चारों किनारे पर संगमरमर से निर्मित कर सुंदर मीनार है। ताजमहल के सजावट में कुरान की आयतें छात्र और खुदाई का कार्य है। ताजमहल की सुंदरता वास्तव में उसका यही अनुपात है।



6. बोध गया:-यह स्थान बिहार प्रांत के गया जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण दिशा में निरंजना नदी के 25 में किनारेपर स्थित हैयह स्थान बिहार प्रांत के गया जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण दिशा में निरंजना नदी के 25 में किनारे पर स्थित है जहां भगवान बुद्ध को एक पीपल के पेड़ के नीचे सत्य की ज्ञान प्राप्ति हुई थी। संसार भर के बौद्ध धर्म लंबियों के लिए यह स्थान एक तीर्थ स्थल के रूप में प्रतिष्ठित है। यहां भारत के हिंदू धर्म लंबी मूछ प्राप्ति हेतु अपने पितरों का श्राद्ध करने आते हैं।

निष्कर्ष


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