पाचन तंत्र Digestive system
मानव शरीर के विभिन्न तंत्र एवं उसकी कार्यप्रणाली भागवत
👉 मानव शरीर में मुख्य रूप से आठ प्रकार के तंत्र पाए जाते हैं।
1. पाचन तंत्र
2. स्वसन तंत्र
3. रक्त परिसंचरण तंत्र
4. उत्सर्जि तंत्र
5. तंत्रिका तंत्र
6. जनन तंत्र
7. पेशी तंत्र
8. कंकाल तंत्र
दोस्तों यहां हम जानने वाले हैं कि पाचन तंत्र क्या होता है और पाचन तंत्र कैसे काम करता है और पाचन तंत्र से किस तरह हमारा पाचन कार्य होता है
पाचन तंत्र
👉 पाचन वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें जीव एंजाइम की सहायता से भोजन के बड़े अणुओं (कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन) को सरल अणुओं (कार्बोहाइड्रेट गुलकोज में वसा वसीय अम्ल और गिल्स रल में तथा प्रोटीन अमीनो अम्ल में) मैं परिवर्तित कर शरीर के अवशोषण के योग्य बना देते हैं।
मनुष्य का आहारनाल
👉 यह एक कुंडली के रखना है जिसकी लंबाई करीब 8 से 10 मीटर तक की होती है। यह मुख गुहा से शुरू होकर मलद्वार तक फैली होती है। आहार नाल के विभिन्न भागों की संरचना तथा उनके कार्य निम्नलिखित है।
मुंह यानी मुखगुहा
👉 मुख गुहा आहार नाल का पहला भाग है। यह ऊपरी तथा निचले जबड़े से गिरी होती है। मुख गुहा को बंद करने के लिए दो मांसल होठ (lips) होते हैं मुख गुहा में जीव तथा दांत होते हैं।
जीव मुख गुहा के फर्श पर स्थित एक मांसल रचना है। इसका अगला सिरा स्वतंत्र तथा पिछला सिरा फर्श से जुड़ा होता है
जीभ के ऊपर सतह पर कई छोटे-छोटे अंकुर होते हैं जिन्हें सवाद कलियां कहते हैं।
इन्हीं सवाद कलियों के द्वारा मनुष्य को भोजन के विभिन्न जैसे मीठा, खारा, खट्टा, कड़वा आदि का ज्ञान होता है। जीव अपनी गति के द्वारा भोजन को निकलने में मदद करता है।
मुख गुहा के ऊपरी तथा निचले जबड़े पर दाग अवस्थित होते हैं। प्रत्येक दांत जबड़े के मसूड़े से जुड़ा होता है। दांत का वह भाग जो मसूड़े में धंसा होता है तथा वह भाग जो मसूड़े के ऊपर निकला होता है सिर शिखर कहलाता है। जाने तथा शिखर के बीच का भाग ग्रीवा या गर्दन कहलाता है। प्रत्येक दांत के भीतर एक मजा गुहा होती है। इसके ऊपर दंत स्थित या डेंटाइन होती है जो दांत का अधिकांश भाग तैयार करती है। डेंटाइन के ऊपर इनामेल की एक कड़ी परत होती है, जो दांत को सुरक्षा देती है। दांत भोजन को काटने तथा चबाने का कार्य करते हैं।
एक व्यस्क मनुष्य के मुख गुहा में कुल 32 दांत होते हैं।
दांत चार प्रकार के होते हैं
1. कर्तनक या इंसाइजर
2. भेदक या कैनाइन
3. अग्रचवर्णक या प्रीमोलर
4. मोलर
मनुष्य के मुख गुहा में 3 जोड़ी लार ग्रंथियां पाई जाती है।
पैरोटिड ग्रंथि (Parotid Gland)
सबमंडीबुलर लार ग्रंथि (Submandibular Salivary Gland
तथा सबलिंगुअल लार ग्रंथि (sublingual salivary gland)
👉 पाचन की प्रक्रिया का प्रारंभ मुंह से भोजन को चबाने के साथ ही हो जाता है
👉 लार भोजन में ठीक ढंग से मिल पाती है
👉 भोजन को मुंह में लेना अंतरग्रहण कहलाता है
👉 मानव मुंह में लगभग 600 लार ग्रंथियां होती है जिनमें 3 जोड़ी प्रमुख लार ग्रंथियां होती है।
👉 लार हल्का सा अम्लीय होता है जिस का PH मान6-7 होता है