इतिहास
प्रश्न 1848 में फ्रांसीसी क्रांति के क्या कारण थे?
उत्तर- फ्रांस में जुलाई 1830 की क्रांति के पश्चात लुई फिलिप ने पत्रकारों को तथा पेरिस की जनता के समर्थन से सत्ता प्राप्त की। राजा बनने के बाद लुई फिलिप ने मताधिकार को मध्यम वर्ग तक पहुंचा दिया किंतु साधारण जनता को कोई लाभ नहीं मिल सका।
लुई फिलिप समाजवादियों के खिलाफ पूंजीपतियों का पक्ष लेते थे। जिसके कारण पूंजीपति लोग और अमीर बन गए लेकिन गरीब मजदूर वर्ग की स्थिति दयनीय हो गई जिसके कारण गरीब किसानों ने लुई फिलिप के खिलाफ 1848 की क्रांति को जन्म दिया।
प्रश्न इटली के एकीकरण मैजिनी काउंट कावूर और गैरीबाल्डी के योगदान को लिखें?
उत्तर -
मैजिनी:-मैजिनी इटली में राष्ट्र वादियों के गुप्त दल कार्बोनरी का सदस्य था। सेनापति के साथ साथ गणतंत्र विचारों का समर्थन तथा साहित्यकार भी थे।
गैरीबाल्डी:-गैरीबाल्डी पेशे से नाभिक थे उसने अपने कर्मचारियों तथा समय सेवकों की सशस्त्र सेना का गठन कर इटली के प्रांत सिसली तथा नेपल्स पर आक्रमण कर विजय प्राप्त की। इटली के जीते गए क्षेत्र की सत्ता विक्रय मैनुअल के हाथों में सौंप दिया। इसके अलावा अपने संपूर्ण संपत्ति को सरकार के हाथों में भी सौंप दिया और खुद किसान की भांति जिंदगी जीने लगा।
काउंट कावूर:-काउंट कावूर एक सफल कूटनीतिज्ञ एवं राष्ट्रवादी था उसने इटली के एकीकरण के लिए राजनीतिक और कूटनीतिक पर अधिक विश्वास किया इसी कारण यह समस्या अंतरराष्ट्रीय समस्या बन गई अकाउंट सबसे बड़ी बाधा ऑस्ट्रेलिया को मानता था।
प्रश्न खूनी रविवार क्या है या लाल रविवार किसे कहते हैं?
उत्तर-9 जनवरी 1905 को रूस जापान युद्ध में रूस एशिया के एक छोटे से देश जापान से पराजित हो गया राज्य के अपमान के कारण 9 जनवरी 1905 को लोगों ने समूह प्रदर्शन करते हुए सेंट पीटर्स वर्ग स्थित महल की ओर जा रहे थे जार की सेना ने इस निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाईं जिसमें हजारों लोग मारे गए। यह घटना रविवार के दिन हुई थी। अतः ऐसे खूनी रविवार के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न सर्वहारा वर्ग किसे कहते हैं?
प्रश्न अक्टूबर क्रांति क्या हैया नवंबर क्रांति या बोल्शेविक क्रांति क्या है?
उत्तर-7 नवंबर 1917 ईस्वी में बोल्शेविक ने पेट्रोग्राड के रेलवे स्टेशन बैंक डाकघर टेलीफोन के अंदर कचहरी तथा अन्य सरकारी भवनों पर अधिकार कर लिया। केरेनस्की भाग गया और सत्ता की बागडोर बोल्शेविक के हाथों में आ गया। जिसका अध्यक्ष लेलिन को बनाया गया। यह क्रांति पुराने कैलेंडर के अनुसार 25 अक्टूबर 1917 ईस्वी को हुई थी इसीलिए इसे अक्टूबर क्रांति या बोल्शेविक क्रांति कहते हैं।